"ये मेरा ही है गणतंत्र"

मेरा ही है तंत्र
ये मेरा है गणतंत्र
चारों और छाया है
उज्जियार हम हैं स्वतंत्र
उठा हैं स्वाधीनता का मंत्र
किस का है परितंत्र...........
ये मेरा है ये मेरा ही है गणतंत्र
पकड़ तिरंगा हाथों मैं
शीश झुकाता होकर स्वतंत्र
अब तोड़ गुलामी की झँझीरें
हो गया मैं स्वतन्त्र.........
अधिकार साथ में मेरे हैं
फिर भी हो रहे साथ अंधेरे है
छोड़ अंधेरे को उज्जियारे में
बसाना है एक नया तंत्र...........
ये मेरा है ये मेरा ही है गणतंत्र............
गणतंत्र दिवस ही हार्दिक शुभकामनाएं...........
- सोहन सिंह

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